Good Governance Index : राज्यातील ३२ जिल्हे गुन्हेगारी रोखण्यात अपयशी; शासकीय अहवालातून समोर आले वास्तव

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Good Governance Index : राज्यातील ३२ जिल्हे गुन्हेगारी रोखण्यात अपयशी; शासकीय अहवालातून समोर आले वास्तव
Good Governance Index : राज्यातील ३२ जिल्हे गुन्हेगारी रोखण्यात अपयशी; शासकीय अहवालातून समोर आले वास्तव
डिस्ट्रिक्ट गुड गव्हर्नन्स इंडेक्स’ (Good Governance Index, जिल्हा सुशासन निर्देशांक) हा अहवाल राज्य सरकारने नुकताच जाहीर केला. त्यात विविध दहा क्षेत्रांतील त्या-त्या जिल्हा प्रशासनाच्या कामगिरीचे मूल्यांकन करण्यात आले. प्रत्येक क्षेत्रातील कामगिरीला १०० गुण याप्रमाणे एकंदर एक हजारपैकी जिल्ह्याने किती गुण मिळविले, यावर ३६ जिल्ह्यांच्या कामगिरीचे निर्देशांक निश्चित करण्यात आले आहे.
या निर्देशांकात नागपूर जिल्ह्याने ५३७ गुण घेत महाराष्ट्रात पहिली श्रेणी, तसेच अमरावतीने ५०९ गुणांसह चौथी श्रेणी पटकावली आहे. मात्र ज्या दहा क्षेत्रातील कामगिरीचा अहवालात आढावा घेण्यात आला त्यापैकी न्याय व लोकसुरक्षा (गुन्हेगारी) तसेच सामाजिक विकास या दोन क्षेत्रात सर्वच जिल्हे पिछाडीवर आहेत. या अहवालानुसार राज्यातील ३६ पैकी तब्बल ३२ जिल्हे गुन्हेगारी रोखण्यात नापास झाले आहेत.
सामाजिक विकासात जिल्ह्यांची स्थिती दयनीय
सामाजिक विकासात केवळ ३ जिल्ह्यांनी ५० टक्क्यांपेक्षा जास्त गुण घेतले.
जिल्हा                       गुण (१०० पैकी)                       श्रेणी
गोंदिया                      ५३.४६                                 पहिली
अमरावती                   ५१.५८                                  दुसरी
नाशिक                      ५०.७९                                  तिसरी
न्याय व लोकसुरक्षा जिल्ह्यांची स्थिती गंभीर
जिल्हा                       गुण (१०० पैकी)                       श्रेणी
मुंबई उपनगर               ७६.०४                                   पहिली
मुंबई                         ६०.४२                                   दुसरी
नागपूर                       ५२.०९                                   तिसरी
गडचिरोली                   ५०.९८                                   चौथी
 न्याय व लोकसुरक्षा या क्षेत्रातही केवळ चार जिल्ह्यांनी ५० टक्क्यांपेक्षा जास्त गुण घेतले. न्याय व लोकसुरक्षा या क्षेत्रातही केवळ चार जिल्ह्यांनी ५० टक्क्यांपेक्षा जास्त गुण घेतले. ३२ जिल्ह्यांना १०० पैकी ५० पेक्षाही कमी गुण आहेत. त्यात यवतमाळ, वाशीम, जळगाव, लातूर, धुळे, सोलापूर, सांगली, पुणे, धाराशिव, सिंधुदुर्ग, कोल्हापूर, अहिल्यानगर, छत्रपती संभाजीनगर या जिल्ह्यांना ४० पेक्षाही कमी गुण आहेत. बीड, नाशिक, जालना या तीन जिल्ह्यांना लोकसुरक्षेच्या क्षेत्रात ३० गुणही नाहीत.
दहा क्षेत्रांतील कामगिरीवर आधारित जिल्ह्यांचे रँकिंग
१. नागपूर
२. नाशिक
३. रायगड
४. अमरावती
५. पुणे
६. कोल्हापूर
७. सांगली
८. पालघर
९. गोंदिया
१०. भंडारा
११. वाशीम
१२. छत्रपती संभाजीनगर
१३. चंद्रपूर
१४. वर्धा
१५. सोलापूर
१६. सातारा
१७. बुलडाणा
१८. यवतमाळ
१९. मुंबई उपनगर
२०. सिंधुदुर्ग
२१. रत्नागिरी
२२. परभणी
२३. लातूर
२४. अकोला
२५. ठाणे
२६. जालना
२७. मुंबई
२८. नांदेड
२९. हिंगोली
३०. धुळे
३१. अहिल्यानगर
३२. धाराशिव
३३. जळगाव
३४. गडचिरोली
३५. बीड
३६. नंदूरबार
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https://www.youtube.com/watch?v=9O-vrXhklvs&t=73s
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